Mental Health (मानसिक स्वास्थ्य)
स्वस्थ तन के लिए व्यायाम का बड़ा महत्वा हैं परन्तु तन के साथ हमारे मन (दिमाग) को भी व्यायाम की बहुत आवश्यकता होती है। पहले जानकर यह मानते थे कि जैसे-जैसे इंसान कि उम्र बढती है उसकी दिमागी क्षमता कम होती है पर नया रिसर्च तथा मोलीकुलर बायोलोजी और ब्रेन इमेजिंग की सहायता से न्यूरो सांइटिस्ट अब यह जाना हैं कि मस्तिष्क उम्र के साथ बूढा नहीं होता और सही परिस्थितियों में एक वयस्क मस्तिष्क भी नए न्यूरान बना सकता है।
अभी तक विशेषज्ञ दिमाग की कार्यविधि को पूरी तरह जानने में लगे हुए हैं पर विशेषज्ञों का मन्ना हैं कि व्यायाम और स्वस्थ चिंतनशक्ति में गहरा संबंध है। हाल ही में चूहों पर रिसर्च किया गया, वैज्ञानिको द्वारा चूहों के दिमाग पर व्यायाम के प्रभाव को जानने की कोशिश की। उन्होंने कुछ चूहों को भागने, कूदने की स्वतंत्रता दी और कुछ को नहीं और दोनों समूहों के चूहों के मस्तिष्क के अध्ययन के बाद उन्होंने पाया कि जो चूहे भागते रहे, उनके मस्तिष्क में दूसरे गु्रप के चूहों के मस्तिष्क की तुलना में नवनिर्मित न्यूरॉन पाए गए। इससे वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए शारीरिक व्यायाम बहुत आवश्यक है।
नींद अच्छी, तंबाकू और अल्कोहल घातक हैं मानसिक सक्रियता के लिये विशेषज्ञों के अनुसार तनाव भी दिमाग का दुश्मन है क्योंकि तनाव होने पर कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ जाता है और यह तनाव दिमाग में न्यूरॉन को नष्ट करता है। मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए सबसे जरूरी है नींद लेना और अनिद्रा का प्रभाव हमारी स्मरण शक्ति और मानसिक सक्रियता पर बहुत ख़राब प्रभाव पडता है, फलतः पर्याप्त नींद लें यह बहुत आवश्यक है। अल्कोहल और तम्बाकू भी दिमाग के लिए बहुत बुरे हैं, फलतः इनका सेवन ना करे, या कम से कम करे इससे आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रख सकते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आप रोजाना योग तथा प्राणायाम करे, २४ घंटे में २ घंटा अपने स्वास्थ्य को दे, इससे शारीरिक तंदुरुस्ती के साथ साथ मानशिक तंदुरुस्ती भी होगी।